मार्च २०२० के अंत में भारत की मीडिया के बड़े हिस्से ने और सरकार ने तबलीगी जमात पर ज़बरदस्त निशाना दागा। उनका आरोप था कि तबलीग की निज़ामुद्दीन की मरकज़ के चलते देश भर में कोरोना वाइरस फैला है। लेकिन, क्या यह आरोप सच था या क्या मीडिया और सरकार ने मिल कर इस मुद्दे को सांप्रदायक बना दिया ताकि सरकार हिंदू-मुस्लिम के शोर के पीछे अपने ग़लतियाँ छुपा पाए? चलचित्र अभियान ने इस मुद्दे पर करी तहक़ीक़ात।
टीम- नकुल सिंह साहनी, सिराज शर्मा